Love poetry in hindi | प्यार भरी शायरी इन हिंदी -
आज कुछ लिखने की फ़िराक में हूँ,
आज सुबह ही मुझे इश्क़ हुआ है।
घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए,
मैं खुद से रूठ जाता हूँ, 🙅🏼तुम्हे मनाते हुए।
चलते तो हैं वो साथ 🧝🏼♂️मेरे पर अंदाज देखिए,
जैसे की इश्क करके वो एहसान कर रहें है।
अनजान सी राहों पर चलने का तजुर्बा नहीं था,
इश्क़ की राह ने मुझे एक हुनरमंद राही बना दिया।
गलत सुना था कि,इश्क़ आँखों से होता हे
💗दिल तो वो भी ले जाते है,जो पलके तक नही उठाते हे
इश्क ने कब इजाजत ली है आशिक़ों से
वो होता है, और होकर ही रहता है
सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा..!
एहसास की एहमियत होती है…!।
चाहने की वजह कुछ भी नहीं ,
बस इश्क
की फितरत है, बे- वजह होना
तू यकीन करें या ना करें….तेरे साथ से मैं सवर गई….
तेरे इश्क के जूनून मे……मैं सारी हदों से गुजर गई.
तुम हक़ीक़त-ए-इश्क़ हों या फ़रेब मेरी आँखों का,
न 💗दिल से निकलते हो न मेरी ज़िन्दगी में आते हो…
रहना यूं तेरे खयालों मे.. ये मेरी आदत है,
कोई कहता इश्क … कोई कहता इबादत है-
कत्ल किया था जिसने मेरी मासूम मुहब्बत का
वो बा-इज़्ज़त बरी है
और हम इश्क़ करके सारे शहर के गुनहगार हो गये
वो अच्छे हैं तो बेहतर , बुरे हैं तो भी कबूल,
मिजाज़-ए-इश्क में ऐब-ओ-हुनर देखे नहीं जाते ।
में तो 🧑🏽❤️💋🧑🏻प्यार के दो लफ्ज भी नसीब नहीं,और
बदनाम ऐसे हैं जैसे इश्क के बादशाह थे हम ।
इश्क़ तो साहब यूं ही मुफ़्त में
बदनाम है
हुस्न खुद बे-ताब रहता है जलवा
दिखाने के लिए l
तूने हसीन से हसीन
चेहरों को उदास किया है ऐ इश्क़ …
अगर तू इंसान होता तो तेरा कातिल मैं होता ।
किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला,
किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला,
करके इश्क़ कोई ना बच सका,
जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला.
ऐ इश्क!!
तेरा वकील बनके बुरा किया मैंने
यहां हर शायर तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा है
बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को
इश्क़ हार नही मानता और 💗दिल बात नही मानता..!!
दुनिया में तेरे इश्क़ का चर्चा ना करेंगे,
मर जायेंगे लेकिन तुझे रुस्वा ना करेंगे,
गुस्ताख़ निगाहों से अगर 🙅🏼तुमको गिला है,
हम दूर से भी अब 🙅🏼तुम्हें देखा ना करेंगे।
झुका ली उन्होंने नज़रे जब मेरा नाम आया
इश्क़ मेरा नाकाम ही सही पर कही तो काम आया
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है,
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है,
महबूब आये या न आये,
पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है।
किसी का इश्क़ किसी का ख्याल थे हम भी,
गए 🌞दिनों में बहुत बा-कमाल थे हम भी।
ये इश्क़ जिसके कहर से डरता है ज़माना,
कमबख्त 🧝🏼♂️मेरे सब्र के टुकड़ों पे पला है ।
नज़रे करम मुझ पर इतना न कर,
कि तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं
मुझे इतना न पिला इश्क-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदी हो जाऊं।
बहती हुई आँखों की रवानी में मरे हैं,
कुछ ख्वाब 🧝🏼♂️मेरे ऐन जवानी में मरे हैं,
इस इश्क ने आखिर हमें बरबाद किया है,
हम लोग इसी खौलते पानी में मरे हैं,
कब्रों में नहीं हमको किताबों में उतारो,
हम लोग मोहब्बत की कहानी में मरे हैं।
एक ख़लिश सी रह गयी 💗दिल में,
मुझ जैसा इश्क़ करता, मुझ से भी कोई!
💗दिल एक है तो कई बार क्यों लगाया जाए,
बस एक इश्क ही काफी है अगर निभाया जाए।
वो इस कमाल से खेले थे इश्क की बाजी,
मैं अपनी फतह समझता रहा मात होने तक।
ले रहे थे मोहब्बत के बाज़ार में इश्क की चादर,
लोगो ने आवाज़ दी कफन भी ले लो।
भटक जाते हैं लोग अक्सर
इश्क़ की गलियों में,
इस सफर का कोई इक
नक्शा तो होना चाहिए।
अगर इश्क़ गुनाह है तो गुनाहगार है खुदा,
जिसने बनाया 💗दिल किसी पर आने के लिए।
तेरी बातों में जिक्र मेरा….
मेरी बातों में जिक्र तेरा….
अजब सा ये इश्क हैं….
ना तु मेरी ना मैं तेरा
वो कहते है भूल जाओ पुरानी बातों को…..
कोई उसे समझाये कि इश्क़ कभी पुराना नहीं होता..
इश्क़ पाने की तमन्ना में कभी कभी ज़िंदगी…
खिलौना बन जाती है…
जिसे 💗दिल में बसाना चाहते हैं वो सूरत
सिर्फ याद बन जाती है
इश्क ने हमसे कुछ ऐसी साजिशें रची हैं,
मुझमें मैं नहीं हूँ अब बस तू ही तू बसी है।








If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks